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Showing posts from September, 2018

मुश्किल है!

कभी कभी ख़ामोशी भी अच्छी होती है, क्युकी शब्द खोज लाना भी मुश्किल है| सुकून के पल दे जाते है बे-आवाज लम्हे, शोर में खुद को सुन पाना भी मुश्किल है || दिलकश नज़ारे जो आँखों में उतर आए थे, उन्हें भुला पाना भी मुश्किल है| वो ठंडी हवाओ की सर्द सरसराहट, दिल मचल न जाए, रोक पाना भी मुश्किल है || दोस्तों की संग जो पल बिताए, उन किस्सों को भूलना भी मुश्किल है, लड़खड़ा जाए जुबान शराब पीने की बाद, उसे संभल पाना भी मुश्किल है || बस याद करते रहना उस बीते कल को, और फिर मुस्कुराना भी मुश्किल है| दिल पे पत्थर रख कर, सीधे चलते जाना भी मुश्किल है  ||